Observation

It is not that sorrow in life has increased, but the fact is that tolerance has reduced in people.

We all have heard of the word “tolerance”. We also use it many times with people like “I am just tolerating my boss”, “I can tolerate his laziness only for sometime”, “I am just tolerating my wife’s behavior”, “I just can’t tolerate my kid telling lies”, etc. What do we mean by “tolerate”? Lets analyse…  […]

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आज मैंने खोजे अपनी कुछ उलझनों के जवाब !

मेरे मन में हमेशा कोई न कोई सवाल उठता रहता है जिनमें से कुछ सवालों के जवाब कभी प्रत्यक्ष रूप से (Directly) और कभी अप्रत्यक्ष रूप से (Indirectly) मुझे मेरे आस पास मौजूद मेरे अपनों से व कभी कभी अजनबियों से भी मिल जाते है  | अब मसला ये है कि जिन सवालों के जवाब

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जीवन सूत्र : “लै लै स्वाद”

जिंदगी यदि किसी मोड़ पर आ कर उलझ-पुलझ होकर जलेबी सी बनने लगे तो उसे चाशनी में डबो कर मज़े लेने की योजना पर अमल शुरू कर देना चाहिए | जीवन की इस भागदौड़ में यदि थोड़ा सा होश और हंसी मजाक का पुट रख लिया जाए तो मसले अक्सर हल हो जाते हैं और

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How Your Mind Works

You have a mind and you should learn how to use it. There are two levels of your mind-the conscious or rational level and the subconscious or irrational level. You think with your conscious mind and whatever you habitually think sinks down into your subconscious mind, which creates according to the nature of your thoughts.

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आकर्षण के सिद्धान्त का महत्व

आकर्षण का सिद्धांत जिसकी पुनरुक्ति शक्ति बन जाये उसे ही मंत्र होता है। ऐसे ही जब विचारों की पुनरुक्ति होती ही तो वह आचरण बन जाता है। जिस विचार को बार बार दोहराएंगे वह जीवन मे प्रकट होना शुरू हो जाएगा। आप वर्तमान में जो भी हैं कुछ विचारों को बार बार दोहराने का परिणाम

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जल बैठ कर वह भी लोटे से क्यों पीना चाहिए ?

जल बैठ कर वह भी लोटे में पीना चाहिए ।गिलास तो बहुत बाद शामिल हुआ है हमारी रसोई मे दूध खड़े होके पीना चाहिए ।  जानिए लोटा और गिलास के पानी में अंतर  🔸🔸🔹🔸🔸🔹🔹🔸🔸🔹🔸🔸  कभी भी गिलास में पानी ना पियें, भारत में हजारों साल की पानी पीने की जो सभ्यता है वो गिलास नही

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पशु इस देश की रीढ़ हैं, वो हमसे भी बड़े भारतवासी हैं बेशक उनके पास कोई आधारकार्ड या पासपोर्ट न हो।

हरियाणा काऊ पहाड़ी गाय, गिर, साहीवाल, राठी, कांकरेज, नागौरी, कितने नाम लूं, इनकी तो शक्लो सूरत पर ही इलाके की पहचान दर्ज हैं। लेकिन आज ये गौवंश खतरे में हैं। देश की इस रीढ़ पर पहला हमला उस दिन हुआ था जब भट्ठी के बालकों ने गाय के दूध का रेट फैट के आधार पर

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आज मुझे एक बात समझ में आई के इंसानियत स्वभाव के दो गुण हैं

आज मुझे एक बात समझ में आई के इंसानियत स्वभाव के दो गुण हैं : विखंडन और संलयन(Fragmentation/Fission and Fusion) व्यक्ति कभी तो विखंडन के मूड में होता है और कभी संलयन के मूड में होता है। विज्ञान इस बात का गवाह है कि नाभकीय विखंडन(Nuclear Fission) से कहीं अधिक ऊर्जा नाभकीय संलयन(Nuclear Fusion) में

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