Nisha Kaushik

10 ways to avoid depression

डिप्रेशन से कैसे बचें

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में डिप्रेशन यानी अवसाद की समस्या बेहद आम बात है। कई बार डिप्रेशन हम पर कुछ इस तरह हावी हो जाता है कि मन में आत्महत्या तक के विचार घर कर जाते हैं। लेकिन अगर शुरुआत में ही  डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानकर आप इन्हें दूर करने का प्रयास करें […]

डिप्रेशन से कैसे बचें Read More »

तुम क्या मिटाना चाहते हो ?

तुम क्या मिटाना चाहते हो ? एक सवाल है तुम लोगो से ये बताओ तुम क्या मिटाना चाहते हो? हर खिलते हुए फूल को यूँ मसल देना ठीक है क्या? किसी के बेटे किसी के भाई को छीन लेना ठीक है क्या? क्यों किसी के सपनों को यूँ दफनाना चाहते हो? ये तो बताओ आखिर

तुम क्या मिटाना चाहते हो ? Read More »

सहनशीलता

ऐसा नहीं है कि जीवन में दु:ख बढ़ गए हैं, बल्कि सच्चाई यह है कि लोगों में सहनशीलता कम हो गई है। हम सभी ने “सहिष्णुता” शब्द के बारे में सुना है। हम इसे कई बार लोगों के साथ भी इस्तेमाल करते हैं जैसे “मैं सिर्फ अपने मालिक को सहन कर रहा हूं”, “मैं उसके

सहनशीलता Read More »

आदत से मुक्ति

कभी कभी हम बहुत खुश हो जाते हैं और कभी कभी बहुत निराश हो जाते हैं , ऐसा होना स्वाभाविक है | किसी के जरा सा उकसा देने पर ही हम गुस्से से भर जाते हैं | जब नियमित रूप से ऐसा होने लगता है तो यह आदत बन जाती है और इस तरह हम

आदत से मुक्ति Read More »

तो क्या हुआ !

तो क्या हुआ !एक बार फिर से… दिल ही तो “दुखा” है | तो क्या हुआचाहे अब कोई अपना ही रूठा है | तो क्या हुआरती भर हैं खुशियाँ और पहाड़ जैसे हैं ग़म | तो क्या हुआआगे तो मुझे चलना ही है |तो क्या हुआ अब ये कदम नहीं बढ़तेतो क्या हुआ |अब ये

तो क्या हुआ ! Read More »

What Is Self-Care? Understanding How to Look After Yourself Mentally, Physically and Socially

Self-care is more than just reading a book or drawing a relaxing bath every now and then. Read on to understand the three pillars of self-care and how to properly embrace them. Amidst unsettling times that are seeing a lot of us spending more time on our own, now could be just the right moment

What Is Self-Care? Understanding How to Look After Yourself Mentally, Physically and Socially Read More »

rules

प्रकृति के नियम

प्रकृति का पहला नियम प्रकृति किसी से भेदभाव नहीं करती मुझे हमेशा से ही ऐसा एहसास हुआ है कि कोई न कोई ऐसी सुप्रीम पॉवर है जो हमें उसके होने का एहसास दिलाती रहती है | फिर वह हम पर है कि हम प्रकृति द्वारा दिए गए अवसरों को किस प्रकार अपने जीवन में प्रयोग

प्रकृति के नियम Read More »

It is not that sorrow in life has increased, but the fact is that tolerance has reduced in people.

We all have heard of the word “tolerance”. We also use it many times with people like “I am just tolerating my boss”, “I can tolerate his laziness only for sometime”, “I am just tolerating my wife’s behavior”, “I just can’t tolerate my kid telling lies”, etc. What do we mean by “tolerate”? Lets analyse… 

It is not that sorrow in life has increased, but the fact is that tolerance has reduced in people. Read More »

Thank You My Dear

Thank You, Thank You So much To came into my Life… You came and You did well… I needed you… You have made me happy… Extremely happy…Thank You… Thank you for being my best friend… I may be hundreds of miles away from you… But you’re still only the first thing on my mind… Dear

Thank You My Dear Read More »